अप्रैल 2021 में जहा हमारे देश में कोरोना संक्रमण की सुनामी आयी हुई हे और कोरोना मामलों की संख्या प्रतिदिन ३ लाख को पार कर चुकी हे। जिसके चलते पुरे देश की स्वास्थ्य सेवायें चरमराती हुई प्रतीत हो रही हे। देश के हर बड़े शहर के अस्पतालों में बेड्स से लेके ऑक्सीजन और दवाईओं की भारी किल्लत हो रही हे और अस्पतलों को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए उच्च न्यायालयों का दरवाज़ा खटखटाना पड़ रहा हे।
इन् मौजूदा हालातों को देखते हुए हम सब के मन में कई प्र्शन उठ रहे हैं जैसे की क्या आज़ादी के 70 साल के बाद भी हमारी सरकारें देश में बुनियादी सुविधयां जैसे की अस्पताल, उनमे बेड, ऑक्सीजन और बेसिक उपकरण भी मुहैया नहीं कर पायी? क्यों 130 करोड़ की जनसँख्या वाले इस देश में चिकित्सकों, नर्सों और अन्य चिकित्सकीय स्टाफ की कमी दिखाई दे रही हे?
इन्ही सब मुद्दों पे बात करने के लिए हम लाये हे The Suno India Show के तहत एक खास mini – series “The second wave"। इस mini – series के पहले एपिसोड में सुनो इंडिया के सह संस्थापक तरुण निर्वाण ने डॉ वंदना प्रसाद से इन् सभी मुद्दों पे चर्चा की हे।
डॉ वन्दना प्रसाद एक सामुदायिक बाल रोग विशेषज्ञ और सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवर (पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट) हैं। वह जन स्वास्थ्य अभियान की संयुक्त संयोजिका और Right to Food Campaign की संचालन समिति की सदस्य हैं। उन्होंने भारत सरकार के राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य (बाल स्वास्थ्य) रूप में भी कार्य किया है।